नासा के नए दूरबीन 'वाइड फील्ड इंफ्रारेड सर्वे टेलीस्कोप' से ब्रह्मांड की अब तक की सबसे बड़ी तस्वीर मिलेगी
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा अंतरिक्ष में अगली पीढ़ी की दूरबीन भेजने की योजना बना रही है जो ब्रह्मांड की अभी तक की सबसे बड़ी तस्वीर भेजेगा और उसकी गहराई तथा स्पष्टता हबल अंतरिक्ष टेलीस्कोप जितनी ही होगी।
नासा ने बताया कि इस दूरबीन का प्रक्षेपण वर्ष 2020 के मध्य में किया जाना है। वाइड फील्ड इंफ्रारेड सर्वे टेलीस्कोप (डब्ल्यूएफआईआरएसटी) हबल दूरबीन से ज्यादा क्षमता वाले दूरबीन के रूप में काम करेगा। हबल के कैमरों के जितना ही संवेदनशील डब्ल्यूएफआईआरएसटी का 300 मेगापिक्सल वाइड फील्ड उपकरण आकाश के किसी हिस्से की 100 गुना बड़ी तस्वीर खींचेगा।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक, इसका मतलब है कि डब्ल्यूएफआईआरएसटी से भेजी गई एक तस्वीर में हबल से भेजी गई 100 तस्वीरों के बराबर जानकारी होंगी।
अमेरिका में प्रिंसटन विश्वविद्यालय में डब्ल्यूएफआईआरएसटी के विज्ञान कार्यकारी समूह के सह अध्यक्ष और प्रोफेसर डेविड स्पर्गेल ने कहा कि हबल से भेजी गई तस्वीर दीवार पर एक अच्छे पोस्टर के जैसी होती है जबकि डब्ल्यूएफआईआरएसटी से भेजी गई तस्वीर आपके घर की पूरी दीवार की तस्वीर लेगा।
नासा ने बताया कि इस अभियान से ब्रह्मांड की इतनी बड़ी तस्वीर मिलेगी जैसी पहले कभी नहीं मिली होगी जिससे खगोलविदों को ब्रह्मांड के कई बड़े रहस्यों का खुलासा करने में मदद मिलेगी।
ब्रह्मांड के रहस्यों की खोज में मदद:
डब्ल्यूएफआइआरएसटी से ली गई तस्वीरों से ब्रह्मांड के रहस्यों के साथ यह भी पता चल पाएगा कि इसका विस्तार किस कारण हो रहा है। बह्माांड के विस्तार की गति बढ़ने के दो कारण बताए जाते हैं। पहला इसके 68 प्रतिशत भाग में फैला डार्क मैटर और दूसरा आइंस्टीन के 'सामान्य सापेक्षता का सिद्धांत। नए टेलीस्कोप से जुटाई गई जानकारियों से यह गुत्थी
नासा ने बताया कि इस दूरबीन का प्रक्षेपण वर्ष 2020 के मध्य में किया जाना है। वाइड फील्ड इंफ्रारेड सर्वे टेलीस्कोप (डब्ल्यूएफआईआरएसटी) हबल दूरबीन से ज्यादा क्षमता वाले दूरबीन के रूप में काम करेगा। हबल के कैमरों के जितना ही संवेदनशील डब्ल्यूएफआईआरएसटी का 300 मेगापिक्सल वाइड फील्ड उपकरण आकाश के किसी हिस्से की 100 गुना बड़ी तस्वीर खींचेगा।
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी के मुताबिक, इसका मतलब है कि डब्ल्यूएफआईआरएसटी से भेजी गई एक तस्वीर में हबल से भेजी गई 100 तस्वीरों के बराबर जानकारी होंगी।
अमेरिका में प्रिंसटन विश्वविद्यालय में डब्ल्यूएफआईआरएसटी के विज्ञान कार्यकारी समूह के सह अध्यक्ष और प्रोफेसर डेविड स्पर्गेल ने कहा कि हबल से भेजी गई तस्वीर दीवार पर एक अच्छे पोस्टर के जैसी होती है जबकि डब्ल्यूएफआईआरएसटी से भेजी गई तस्वीर आपके घर की पूरी दीवार की तस्वीर लेगा।
नासा ने बताया कि इस अभियान से ब्रह्मांड की इतनी बड़ी तस्वीर मिलेगी जैसी पहले कभी नहीं मिली होगी जिससे खगोलविदों को ब्रह्मांड के कई बड़े रहस्यों का खुलासा करने में मदद मिलेगी।
ब्रह्मांड के रहस्यों की खोज में मदद:
डब्ल्यूएफआइआरएसटी से ली गई तस्वीरों से ब्रह्मांड के रहस्यों के साथ यह भी पता चल पाएगा कि इसका विस्तार किस कारण हो रहा है। बह्माांड के विस्तार की गति बढ़ने के दो कारण बताए जाते हैं। पहला इसके 68 प्रतिशत भाग में फैला डार्क मैटर और दूसरा आइंस्टीन के 'सामान्य सापेक्षता का सिद्धांत। नए टेलीस्कोप से जुटाई गई जानकारियों से यह गुत्थी
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